इन फंड मैनेजर्स की शेयर बाजार, देश की अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय बाजार पर गहरी पकड़ होती है
और इन फंड मैनेजर्स का मकसद निवेश की गई रकम को कम से कम रिस्क में अच्छे रिटर्न या मुनाफा देना होता है।
म्यूचुअल फंड दो तरह के होते हैं ओपनिंग और क्लोजिंग।
ओपन एंड का मतलब है कि आप कभी भी पैसा निवेश कर सकते हैं और कभी भी निकाल सकते हैं।
वहीं क्लोज फंड वह फंड होते हैं जिसमें निवेश के लिए एक समय सीमा होती है
और इसे निश्चित अवधि या श्योरिटी के बाद ही निकाल सकते हैं
और इन म्यूचुअल फंड्स को अलग अलग कैटेगरी में डाला जा सकता है, जैसे स्मॉल कैप।
जानिये म्यूच्यूअल फण्ड में आप कितना पैसा कमा सकते हैं?
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