Pharma-MedTech : CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार 25 जुलाई 2023 को कैबिनेट बैठक की मीटिंग रखी गई, जिसके तहत Pharma-MedTech सेक्टर के लिए एक खास स्कीम को मंजूरी दे दी गई है जिसका नाम PRIP (Promotion Of Research & Innovation In Pharma-MedTech) है।
यह Pharma-MedTech sector के लिए एक बहुत ही बढ़िया खबर है। सरकार द्वारा इस योजना के लिए ₹5,000 करोड़ रुपए जारी किए हैं, जिसके तहत पांच-वर्षीय कार्यक्रम के जरिए सरकार द्वारा भारतीय फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार को मजबूत करने की योजना बनाई गई है।
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सरकार द्वारा लिया गया यह बहुत बड़ा कदम है, जो कि विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण भी है। क्योंकि भारतीय फार्मा इंडस्ट्री के कुल खर्च में रिसर्च एंड डेवलपमेंट का केवल 7% ही हिस्सा है बल्कि एक विकसित देश में यह करीबन 35% से भी अधिक है।
यह योजना हमारे देश के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, और इस योजना के तहत सरकार का मुख्य इरादा पब्लिक और प्राइवेट के मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के अनुसंधान टीमों के लिए भी चुनिंदा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद प्रयोगशालाओं के अंदर लोगों को सुविधाएं पहुंचाना है।
इस योजना को जारी करने के लिए ईएफसी ने वित्त वर्ष 2023-24 Pharma-MedTech sector में अनुसंधान और नवाचार यानी कि PRIP को बढ़ावा देने के लिए सिफारिश की, जिसके बाद ही रसायन और उर्वरक मंत्री ने इसकी मंजूरी दे दी। इसके साथ ही Pharma-MedTech sector में अनुसंधान के विकास के लिए प्राथमिकता देने की भी सिफारिश की गई।
यह योजना सभी के लिए बहुत लाभकारी साबित होगा, जिसके साथ ही इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा कि ‘फार्मा उद्योग के विकास के लिए अनुसंधान और नवाचार बहुत ही जरूरी है, और यह भारत को मेक-इन-इंडिया से डिस्कवरी-इन-इंडिया के अगले स्तर पर ले जाने में मुख्य भूमिका निभाएगा।
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