अगरबत्ती बिजनेस को कैसे शुरू करें?

अगरबत्ती बिजनेस को कैसे शुरू करें?: भारत सरकार ने मेक इन इंडिया को प्रमोट करने के लिए सभी बैंकों को नए उद्योगों के लिए आसानी से कर्ज देने के निर्देश दिए हैं। आप भी इस अवसर का लाभ उठाकर एक ऐसे ही उद्योग को शुरू कर सकते हैं जो कम लागत में और आसानी से किया जा सकता है और आपको आपके पैसे की रिटर्न वैल्यू भी अच्छी दे सकता है। अगरबत्ती निर्माण ऐसा ही एक बिजनेस है जिसके बारे में आज पूरी जानकारी आप तक हम पहुंचाएंगे।

दोस्तों व्यवसाय की सफलता के लिए जरूरी है उसकी विस्तृत जानकारी और सही प्लानिंग और आईआईटी का यही प्रयास है कि वह इन इंडस्ट्रियल डॉक्यूमेंट्रीज के जरिए आपको व्यवसाय की पूरी योजनाओं की जानकारी से अवगत कराए। हर बार किसी नई इंडस्ट्री और बिजनेस से जुड़ी तमाम जानकारियों को जानने के लिए हमारे वेबसाइट पर हमेशा जरूर आये। अगरबत्ती की मांग पूरे साल रहती है और त्योहारों के मौसम पर इसकी मांग बढ़ जाती है।

अगरबत्ती का उपयोग न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में होता है बल्कि बहुत लोग इसे रूम फ्रेशनर की तरह भी यूज करते हैं। अगर भारत के पारंपरिक उद्योगों की बात करें तो अगरबत्ती निर्माण उनमें से एक है। इस उद्योग को लगाने में आपको बहुत बड़ी रकम नहीं निवेश करनी है और साथ ही यह उद्योग आसानी से और कम जगह में शुरू हो सकता है। 

इन्वेस्टमेंट, एरिया और प्रॉफिट।

अगरबत्ती बिजनेस आप छोटे और बड़े दोनों स्तर पर कर सकते हैं। बात करते हैं छोटे स्तर की तो यह बिजनेस आप एक से डेढ़ लाख रुपए से शुरू कर सकते हैं। अगरबत्ती बनाने की मशीन लगभग 70000 से 1 लाख रुपए तक में आती है। मशीनरी साइज कम होने से यह बिजनेस लगभग 500 से 1000 स्क्वेयर फीट एरिया में किया जा सकता है। अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में लगभग दो से ढाई लाख तक का प्रॉफिट हो सकता है। 

अगरबत्ती बनाने के लिए रॉ मटीरियल। 

अगरबत्ती बनाने के लिए कोयला, बुरादा, कच्चे बांस की स्टिक और अगरबत्ती में सुगंध के लिए गुलाब, चंदन, मोगरा के परफ्यूम्स की जरूरत होगी और साथ ही डीपी ढाल तथा लेड की, जिसका इस्तेमाल खुशबू के लिए किया जाता है। इसके अलावा पैकिंग के लिए पीपी पॉलीप्रोपीलीन बैग, धागा, कार्डबोर्ड बॉक्स इत्यादि की पैकिंग के लिए जरूरत पड़ सकती है। 

कैसे बनती है अगरबत्ती। 

कोयले का प्रीमिक्स पाउडर और बुरादे का मिश्रण एक निश्चित मात्रा में तैयार किया जाता है, जिसमें पांच किलो कोयले और बुरादे का मिश्रण और एक किलो कट लिया जाता है। जिगर गोंद का काम करता है जिससे अगरबत्ती चिपक जाती है और बाइंडिंग भी हो जाती है और बुरादा सूखने का काम करता है। इन तीनों मिश्रण को पहले छाना जाता है फिर एक किलो पाउडर में 600 ग्राम पानी मिलाया जाता है। यानी कोयला, बुरादा और जिगर के छह किलो मिश्रण में 3600 ग्राम पानी की मात्रा मिलाई जाएगी। फिर अगरबत्ती के पाउडर को मिक्स करने के लिए मिक्सर में डालते हैं और 5 से 7 मिनट तक मिक्सर चलाते हैं।

अब इस मिक्स पाउडर को इंस्टैंट स्टिक मेकिंग मशीन में लोड करते हैं, जहां पर अगरबत्ती तैयार होती है और फिर अगरबत्ती की फ्रेमिंग की जाती है। अब खुशबू के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल किया जाता है। एक किलो परफ्यूम में चार किलो डीपी डायल लेड को मिलाया जाता है। फिर इसको कम से कम 72 घंटों के लिए रख दिया जाता है। अब इस खुशबूदार परफ्यूम में अगरबत्ती को डिप किया जाता है। डिप करने से पहले और बाद में अगरबत्ती का वजन किया जाता है ताकि पता चल सके कि अगरबत्ती ने कितना परफ्यूम एब्जॉर्ब किया है। एक किलो अगरबत्ती कम से कम ढाई 100 ग्राम परफ्यूम सोखती है।

अब इन सुगंधित अगरबत्तियों को 2 से 3 दिन तक कूलर द्वारा सुखाया जाता है। सूखने के बाद अगरबत्ती को छांट लिया जाता है। इसके बाद इनकी पैकिंग की जाती है। काउंटिंग के लिए आप इन सेल्फ काउंटिंग मशीन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। पैकिंग करने के लिए पीपी और पैकिंग बॉक्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह बहुत आसान प्रॉसेस है, इसलिए ज्यादा मैन पावर की जरूरत नहीं होती। एक ऑपरेटर और प्रोडक्ट के हिसाब से लेबर रखा जा सकता है। 

अगरबत्ती बनाने की मशीन, इलेक्ट्रिसिटी और कैपेसिटी।

अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग के लिए ऑटोमैटिक इन सेल्स स्टिक मेकिंग मशीन का इस्तेमाल होता है। ऑटोमैटिक मशीन से 60 से 65 किलो प्रतिदिन का प्रोडक्शन होता है। अगर आप चाहें तो पैकिंग के लिए काउंटिंग मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर इलेक्ट्रिसिटी की बात करें तो लगभग एक किलोवाट बिजली की आवश्यकता पड़ेगी। 

रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस। 

अगरबत्ती के बिजनेस को शुरू करने से पहले रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसके साथ ही लोकल अथॉरिटी से बिजनेस लाइसेंस होना भी जरूरी है। कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उस बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी लेना बहुत आवश्यक होता है। अगर सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाया तो एक नया व्यवसाय शुरू करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

FAQ:

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करने के लिए कितने रुपया की जरूरत पड़ती है।

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करने के लिए आपको ₹100000 तक की जरूरत पड़ सकती है।

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करके कितना कमाया जा सकता हैं?

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करके आप आसानी से एक लाख से डेढ़ लाख कमा सकते हैं।

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करने के लिए कितना जगह की जरूरत होती है?

अगरबत्ती बिजनेस शुरू करने के लिए 500 से 1000 स्क्वायर फीट एरिया की जरूरत पड़ती है।

निष्कर्ष:

दोस्तों अगरबत्ती का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो कि आप छोटे स्तर पर भी शुरू कर सकते हैं या फिर आप अपने इसे घर में भी शुरू कर सकते हैं। आपको बस कुछ उपकरणों की जरूरत होगी जिसकी कीमत भी ज्यादा नहीं है। अगरबत्ती का बिजनेस घर में मौजूद महिला भी करती है। ऐसे में अगर आप कोई बिजनेस का शुरुआत करना चाहते हैं तो अगरबत्ती का बिजनेस आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है। आशा करता हूं कि इस लेख के द्वारा आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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