पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस कैसे शुरू करें?

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस कैसे शुरू करें?: लोगों द्वारा जल्दी जल्दी फ्लैट या शहर बदलने की मांग को ध्यान में रखते हुए आप एक बिजनेस शुरू कर सकते हैं। पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस है कि यदि कोई अपना घर बदलना चाहता है यानी कि वह एक शहर से दूसरे शहर या फिर एक घर से दूसरे घर जाना चाहता है तो उसके घर में सामान भी है। किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी समस्या होती है सामान को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करना। क्योंकि जब हम सामान खरीदते हैं तो वह एक डिफरेंट सिनारियो में खरीदते हैं।

लेकिन एक घर से दूसरे घर सामान ले जाना बेहद चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। यदि हम किसी घर में ऊपर की मंजिल में रहते हैं या हम जिस जगह घर शिफ्ट कर रहे हैं, वह ऊपर की मंजिल में है, तब यह प्रक्रिया और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है। आसान शब्दों में कहा जाए पैकेट मूवर्स बिजनेस का तात्पर्य है कि किसी के घर की शिफ्टिंग में किसी के सामान शिफ्टिंग में कुछ राशि लेकर उसको मदद प्रोवाइड करना, वह भी एकदम सुरक्षित तरीके से।

भारत में पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस का स्कोप। 

जिस तरह से भारत में लोगों द्वारा जल्दी जल्दी घर बदलना और एक जगह से दूसरी जगह मोड़ करना एक जगह रुक करना पड़ रहा है तो इस बिजनेस का भविष्य काफी अच्छा दिखाई दे रहा है। यह एक ऐसा बिजनेस भी है जिसमें बहुत अधिक इन्वेस्ट करने की आवश्यकता भी नहीं है। यदि आप अपने ग्राहकों को अच्छी सुविधा प्रोवाइड कराते हैं तो आपका बिजनेस दिन दोगुनी चौगुनी तरक्की कर सकता है। खास बात यह है कि इस बिजनेस में तकनीकी कुशलता की भी आवश्यकता नहीं है।

इस बिजनेस में आवश्यक है तो वह है बिजनेस प्लान। ग्राहकों को खुश करने की रणनीति और ग्राहकों के भरोसे को बनाए रखना आदि। पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस देश में लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्टेशन इंडस्ट्री का हिस्सा है, जिसका काम घर और ऑफिस के सामानों को पैक करके एक जगह से दूसरी जगह ले जाना है। कभी कभी पैकर्स मूवर्स का काम कॉरपोरेट के लिए कमर्शियल और इंडस्ट्रियल गुड्स शिफ्ट करने के लिए भी होता है।

यदि आप इस बिजनेस को करना चाहते हैं तो आपको यह भी कोशिश करनी चाहिए कि आप अपनी सर्विस सिर्फ एक शहर से दूसरे शहर तक ही सीमित न रखें, बल्कि कोशिश करें कि धीरे धीरे आपकी सर्विस पूरे भारत में फैल जाए। ही एक बार जब आप एक ब्रांड के तौर पर पूरे भारत में अपना बिजनेस फैला लेते हैं तो आप इंडिया से बाहर भी पैकेज्ड मूवर्स की सर्विस प्रोवाइड कराएं।

पैकर्स एंड मूवर्स की सर्विसेज।

पैकेजिंग मूवर्स के काम में पैकिंग, लोडिंग, ट्रांसपोर्टेशन, इंश्योरेंस अनलोडिंग, पैकिंग और री रेंजिंग आदि शामिल हैं। पैकर्स मूवर्स का काम इंटरस्टेट ऑफिस और रीलोकेशन का भी होता है। साथ ही समय पड़ने पर कुछ सामान को स्टोर में रखना भी होता है। ट्रांसपोर्टेशन, इंडस्ट्री, गुड्स, पैकिंग और ट्रांसपोर्टेशन का काम भी पैकेजिंग मूवर्स के अंतर्गत ही आता है। पैकेजिंग मूवर्स द्वारा एंड टू एंड पैकिंग एवं शिफ्टिंग का कार्य पूरा करना है। यदि आप इस बिजनेस को करने की सोच रहे हैं तो आपको इन सर्विसेज के बारे में भी पता होना चाहिए और अपने बिजनेस का प्लान इन सर्विसेज को ध्यान में रखते हुए बनाना चाहिए। 

पैकर्स एंड मूवर्स का बिजनेस कौन कर सकता है? 

पैकेजिंग मूवर्स का बिजनेस वह हर व्यक्ति कर सकता है, जिसके पास इंडस्ट्री में मार्केटिंग और साउंड का अनुभव हो। सर्विस आधारित इंडस्ट्री होने के कारण पैकर्स मूवर्स का बिजनेस करना डिफिकल्ट नहीं है। शुरुआत में इस बिजनेस को करने के लिए इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता पड़ेगी।

याद रखें, इस फील्ड में कॉम्पिटिशन बहुत अधिक है, क्योंकि इस बिजनेस को करना बहुत आसान है। एक रिसर्च के अनुसार, इस बिजनेस में 45% की बढ़ोतरी हुई है। यानी कि भारत में लोग अब इस बिजनेस की तरफ अपना रुझान कर रहे हैं। इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पैकर्स मूवर्स की आवश्यकता देश में कैसे बढ़ती जा रही है। 

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस के लिए रिसर्च और प्लानिंग करें। 

किसी भी बिजनेस को करने के लिए आवश्यक है कि आप जिस तरह का बिजनेस करना चाहते हैं, उसकी प्लानिंग करें। प्लानिंग आपके रिसर्च के आधार पर होगी। आपके बिजनेस के बारे में प्रॉपर रिसर्च करें। जैसे कि किस शहर में पैकर्स मूवर्स की कितनी आवश्यकता है। लोगों को क्या चाहिए पैकेज मूवर्स से मार्केट में कितनी डिमांड है और किस चीज की डिमांड है।

कितने निवेश की आवश्यकता पड़ सकती है, कितनी कमाई हो सकती है, कितने लोगों की आवश्यकता होगी, आपके बिजनेस में क्या क्या सर्विस देंगे आप अपने ग्राहकों को आदि। इस तरह के हर सवालों को ध्यान में रखते हुए आपको बड़ी बारीकी से अपने बिजनेस का प्लान बनाना होगा जिससे भविष्य में आप अपने बिजनेस को अच्छे से चला सके और बढ़ा सकें। 

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में सही जगह का चयन करें।

आप अपने बिजनेस को कहां से करना चाहते हैं, कहां पर ऑफिस खोलना चाहते हैं आदि के लिए रिसर्च करें और सही जगह का चयन करें। इस बिजनेस को करने के लिए आपके पास एक छोटा सा ऑफिस होना चाहिए, जहां से आप सभी चीजों को अच्छे से मैनेज कर सकें। यह आवश्यक नहीं है कि यह कोई कमर्शियल जगह हो या कमर्शियल सेटअप हो। आप इस बिजनेस को अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं। यदि आपके पास ऐसा घर है जिसका कमरा बाहर साइड हो, इसे आप दुकान में या ऑफिस में कनवर्ट कर सकें तो आप अपने घर से इस बिजनेस को कर सकते हैं।

यदि आप दुकान किराये पर लेकर शुरू करना चाहते हैं तो आप। किराए के तौर पर 3000 से 10000 तक देना पड़ सकता है। यह आपको डिपेंड करता है कि आप कितना स्पेस और किस जगह पर अपना ऑफिस खोलते हैं। आपको एक हज़ार स्क्वेयर फीट की जगह चाहिए होगी अपने बिजनेस के लिए जिससे आप काठी, रस्सी और अन्य सामान को सही से व्यवस्थित कर सकें। साथ ही आपसे मिलने वालों को आपके ऑफिस में आने वालों को बिठाने के लिए सही जगह का प्रबंध हो सके। 

ऑफिस और बिजनेस के लिए आवश्यक समान है। 

जब आप ऑफिस खोलते हैं तो आपको कुछ बुनियादी चीजों में इन्वेस्ट करना पड़ता है। जैसे ऑफिस के लिए टेबल कुर्सियां, ऑफिस स्टेशनरी, बिल बुक, कोटेशन बुक, विजिटिंग कार्ड वाउचर, कंप्यूटर या लैपटॉप, वाईफाई आदि। चूंकि आपका बिजनेस पैकर्स एंड मूवर्स का है तो इसके लिए आपको पैकिंग मटीरियल ताकि टेप बॉक्सेज आदि पर भी अपना निवेश करना होगा।

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस कैसे शुरू करें?

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस के लिए माल कहां से लें? 

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कई अन्य सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए आवश्यक है कि आप थोक से माल उठाएं, जिससे आपको आपके बजट के हिसाब से माल मिल सके। इस बिजनेस में लगने वाला सामान है कार्टन, पैकिंग पेपर, टेप आदि। आप चाहें तो इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। लेकिन यदि आप इसे थोक मार्केट से मंगाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन थोक विक्रेताओं से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप जिस शहर में इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं, वहां की लोकल मार्केट देख सकते हैं। डीलर से भी संपर्क कर सकते हैं। 

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन।

हर बिजनेस को कुछ कानूनी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता पड़ती है। पैकर्स मूवर्स बिजनेस में भी आपको कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके लिए आपको कुछ रजिस्ट्रेशन करवाने पड़ेंगे और कुछ लाइसेंस लेने पड़ेंगे। स्वयं की कंपनी खोलने के लिए आपको विभिन्न बिजनेस एंटिटी जैसे प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप, प्राइवेट लिमिटेड इत्यादि में से किसी एक के तहत अपने बिजनेस रजिस्टर कराना होगा।

स्थानीय नगर निगम, नगर पालिका आदि द्वारा शॉप एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत लाइसेंस पारित करवाना होगा। बिजनेस के नाम से पैन कार्ड बनवाना होगा। बिजनेस के नाम से चालू खाता खुलवाना होगा। जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा। बिजनेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए सोशल अकाउंट वेबसाइट भी बनवानी पड़ेगी। मूवर्स का व्यवसाय को शुरू करने के लिए आप परिवहन विभाग से एक विशेष प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता पड़ेगी।

लाइसेंस को देने के लिए हर राज्य के अपने अपने नियम हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए जिस राज्य में व्यापार आप शुरू करना चाहते हैं, उस राज्य के डीटीओ ऑफिस से संपर्क करके जानकारी ले सकते हैं। राज्य में व्यापार करने की अलग प्रक्रिया है। इसकी जानकारी के लिए आप राज्य सचिव की वेबसाइट पर जाना होगा। उद्योग आधार एम एस एम एच में पंजीकरण के लिए आवेदन करें। साथ में कई स्थानों के लिए पंजीकरण करवाएं क्योंकि आपका बिजनेस ऐसा है जो कई जगहों पर आना जाना बातें होता है।

FAQ:

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में आपको एक लाख तक का इन्वेस्टमेंट लग सकता है।

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में कितना कमाई कर सकते हैं?

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में आप महीने में ₹100000 तक कमा सकते हैं।

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में माल कहा से ले?

पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस में आप माल ऑनलाइन वेबसाइट या थोक मार्केट से ले सकते हैं।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों इस तरीके से हमने आपको बताया कि पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस कैसे शुरू करें? दोस्तों इस बिजनेस में कंपटीशन ज्यादा है लेकिन अगर आप इसे अच्छी मार्केटिंग करते हुए करेंगे तो इसमें आपको बहुत ज्यादा मुनाफा होगा। अभी तक इस बिजनेस में कोई भी स्थापित कंपनी नहीं है और आप अगर समय रहते अपने आपको इस बिजनेस में स्थापित कर लेते हैं तो आप एक ब्रांड बन सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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