एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस कैसे शुरू करें?

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस कैसे शुरू करें?: आज पूरे विश्व में फूड इंडस्ट्री काफी तेज रफ्तार से बढ़ रही है और इसके साथ साथ फूड पैकेजिंग इंडस्ट्री भी उतनी ही रफ्तार के साथ इसके साथ बढ़ रही है और पूरे विश्व में ही नहीं पूरे भारत देश में ही नहीं पूरे जगह प्लास्टिक बैन हो गई है। प्लास्टिक बैन होने के कारण एल्यूमीनियम फॉइल कंटेनर की काफी ज्यादा मांग बढ़ रही है। दोस्तों सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें रखा हुआ खाना आप फ्रिज में भी रख सकते हैं, बाहर भी रख सकते हैं। दोनों ही जगह बाहरी वातावरण से सुरक्षित रहता है।

दोस्तों कभी आपने होटल, रेस्टोरेंट में खाना ऑर्डर किया हो तो आपने देखा होगा कि आपका खाना बहुत ही गरम हो जाता है और बहुत ही स्वाद चाहता है कि एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर के कारण आता है जो इसमें अच्छी क्वालिटी होती है। तो इसीलिए एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर की काफी ज्यादा डिमांड और स्कोप है और साथ में आपने देखा वह एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर कई डिजाइन में कई साइज में मार्केट में एवेलेबल होते हैं। एक और सबसे बड़ी खासियत यह है कि एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर रिसाइकल होते हैं। पॉलीथिन तो रीसाइकल नहीं होती है, लेकिन यह रिसाइकल होता है।

भारत देश खुद भी एल्यूमिनियम का उत्पादन करता है। 70 परसेंट लगभग एल्युमिनियम का उपयोग यही कंटेनर बनाने में होता है। तो अगर आप भी बहुत कम लागत में काफी ज्यादा स्कोप और डिमांड वाला व्यापार करना चाहते हैं तो एल्युमीनियम फॉइल कंटेनर अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको एटूजेड बिजनेस की पूरी जानकारी देने वाले हैं। आप इस लेख को अंत तक पढ़े। 

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस में रॉ मटेरियल क्या क्या लगेगा? 

तो रॉ मटेरियल अगर बात करें तो एल्युमिनियम फॉयल रॉ लगेगा जोकि सात माइक्रोन में आता है, नौ माइक्रोन में आता है, 11 माइक्रोन में आधा 13 माइक्रोन में आता है तो आपको यह लगने वाला है। दूसरा रॉ मटेरियल आपको लगेगा जो एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर आपके बन जाएंगे उनको पैकेजिंग करने के लिए पैकेजिंग मटेरियल लगने वाला है तो यह दो रॉ मटेरियल मुख्य रूप से लगने वाले। इसके अलावा आपको रॉ मटेरियल लेने की जरूरत नहीं है। 

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस में मशीन कौन सी लगेगी।

तो मशीन अगर एल्यूमिनियम फॉयल कंटेनर की बात करे तो दो तरीके की आती है। एक ऑटोमैटिक मशीन आती है। एक सेमी ऑटोमेटिक मशीन आती है। इन दोनों में डिफरेंस यह है कि ऑटोमेटिक मशीन में आपका प्रोडक्शन काफी ज्यादा होता है और सेमी ऑटोमेटिक में थोड़ा सा कम होता है। दूसरा यह कि ऑटोमेटिक मशीन में आपको मैनपावर कम लगेगी। सेमी ऑटोमेटिक मशीन में मैन पावर ज्यादा लगेगी। तीसरा डिफरेंस यह है कि ऑटोमेटिक मशीन में आपको ज्यादा कॉस्ट पड़ेगी। प्राइस ज्यादा है। इसकी सेमी ऑटोमेटिक थोड़ी सी सस्ती जाएगी, जो 8 से 10 लाख में आ जाएगी।

वहीं ऑटोमेटिक 10 लाख, 20 लाख, 24 लाख, 30 लाख तक आती है। यह इसकी प्राइस इस बात पर भी डिपेंड करती है कि पर मिनट पर पावर कितना प्रोडक्शन दे रही है। दूसरा आपको लेना पड़ेगा इस मशीन में अलग अलग साइज के आपको जो एल्यूमिनियम फॉल कंटेनर बनाने हैं उनके लिए डाई की जरूरत पड़ेगी। जो ढाई 100 एमएल होता है। 300 एमएल होता है 600 एमएल, 750 एमएल, 850 एमएल। जितनी भी साइज की आपको डाई लेनी है वह डाई भी मशीन के साथ आपको मिल जाएगी। 

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस में यूटिलिटीज क्या क्या लगेगी। 

अब हम बात कर लेते कि आपको यूटिलिटीज क्या लगेगी मैन पावर लगेगी। दोस्तों पहला मैन पावर तो आपको यह मशीन को ऑपरेट करने के लिए लगेगी और दूसरी मैन पावर आपको सपोर्ट देने के लिए लगेगी तो दो मैन पावर में भी आप इस बिजनेस को स्टार्ट कर सकते हैं। दूसरे नंबर पर आपको जगह का चुनाव अच्छे तरीके से करना है।

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस कैसे शुरू करें?

जगह का चुनाव इस तरीके से करें कि आपका मशीन भी लग जाए। उसमें आपका रॉ मटेरियल भी रखा जाए। जो प्रोडक्ट बन जाए उनका स्टोरेज भी हो जाए। साथ में आपको पावर कनेक्शन लेना होगा जो डिपेंड करेगा कि मशीन कितना पावर जरुरत है। तो इस तरीके से 2 से 3 यूटिलिटीज में आपको यह बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं।

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस में लागत कितनी आएगी। 

दोस्तों लागत की अगर बात करें तो उसको तो एल्युमिनियम फॉयल रहता है। वह डेढ़ 100 से लगभग 300 पर केजी में आसानी के साथ मार्केट में अवेलेबल है। साथ में मशीन की अगर बात करें तो यह 5 से 30 लाख रुपए में मशीन आ जाएगी। यह डिपेंड करता है कि आप ऑटोमेटिक सेमी ऑटोमेटिक मशीन ले रहे हैं। तो आप अगर मौटे तौर पर देखें तो इस बिजनेस को आसानी के साथ 8 से 12 लाख या 15 लाख में स्टार्ट कर सकते हैं। यह डिपेंड करता है आप किस लेवल पर इस बिजनेस को स्टार्ट करना चाहते हैं। 

एल्युमिनियम फॉयल कंटेनर बिज़नेस में टोटल कमाई कितनी होगी। 

कमाई की बात करें तो अगर 450 एमएल का आप एक कंटेनर बनाते हैं तो अगर 1500 पीस भी आप बेच देते हैं तो लगभग 200 से ₹250 या ₹300 का मार्जिन आप कमा सकते हैं। कहने का सीधा सा मतलब यह है कि आप इस बिजनेस में आसानी के साथ 15 से 20 परसेंट का मुनाफा कमा सकते हैं। और दोस्तों यह मुनाफा इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी क्या है। साथ में आप मार्केटिंग किस तरीके से कर रहे हैं।

मोटे तौर पर अगर हम आपसे कहें दोस्तों तो 1 लाख का अगर आप इन्वेस्टमेंट करते हैं 1 लाख का अगर आपने रॉ मटेरियल लाया है तो उसे आप आसानी के साथ ₹20,000 कमा सकते हैं मतलब 1,20,000 आपके वापिस आ जाएंगे। तो इस तरीके से आप 1 लाख पर ₹20,000 कमा सकते हैं। 

FAQ:

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर बिजनेस में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर बिजनेस आप 8 से 12 लाख तक का इन्वेस्टमेंट लगता है।

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर बिजनेस में कितनी कमाई होती है?

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर बिजनेस में आप आसानी के साथ 70000 से 80000 कमा सकते हैं।

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर का कितना इस्तेमाल होता हैं?

अल्मुनियम फॉयल कंटेनर का इस्तेमाल भारत में 70 परसेंट तक होता है

निष्कर्ष:

तो दोस्तों इस तरीके से हमने आपको बताया कि अल्मुनियम फॉयल कंटेनर बिजनेस कैसे शुरू करें? दोस्तों आपको बता दे कि आने वाले समय में अब सभी जगह अल्मुनियम फॉयल कंटेनर ही इस्तेमाल किए जाएंगे क्योंकि प्लास्टिक धीरे-धीरे करके पूरे तरीके से बैन हो जाएगी। ऐसे में इस बिजनेस का आप शुरुआत कर सकते हैं और बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आशा करता हूं कि इस लेख से आपको बच्चे जानकारी मिली होगी। इसे पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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