IPO क्या होता है, इसमें इन्वेस्ट करने se करोड़ो रूपये कैसे बनते है?, और हम IPO मे कहा से इन्वेस्ट कर सकते हैं? निचे दिए गए लेख मे हमें इन सारे सवालों के जवाब मिलेंगे इसलिए उससे ध्यानपूर्वक पढ़े। तो चलिए बढ़ते हैं अपने लेख की ओर।
- Initial Public Offering (IPO): What It Is and How It Works
- IPO Watch 2023 | IPO List (Mainline and SME)
IPO क्या है?
- IPO ka Full Form है Initial Public Offering.
- दोस्तों जब भी कोई कंपनी अपना शेयर public मे फर्स्ट टाइम सेल करती है तो इस प्रोसेस को हम Initial public Offering कहते हैं।
- Companies बहुत सारे कारणों से आईपीओ लाती है जैसे बिजनेस एक्सटेंशन के लिए पुराने लोन को चुकाने के लिए या किसी दूसरी कंपनी को खरीदने के लिए।
Companies कैसे IPO लाती है?
दोस्तों जब भी कोई कंपनी आईपीओ लाने का प्लान करते हैं तो उसे एक डिटेल डॉक्यूमेंट बनाना पड़ता है इसमें कंपनी की सारी डिटेल्स होते हैं, जैसे :
- Company की History
- Financial Details
- Future Plans e.t.c
- इस डॉक्यूमेंट को DRHP (Draft Red Herring Prospectus) कहते हैं।
- Company को यह डॉक्यूमेंट SEBI के पास जमा करना होता है। ये एक गवर्नमेंट बॉडी है जो स्टॉक मार्किट को Regulate करती है। ठीक वैसे ही जैसे RBI बैंको को Regulate करती है।
- SEBI सबमिट किए हुए DRHP को Review करती है और IPO मे लाने की परमिशन देती है।
परमिशन मिलने के बाद कंपनी आईपीओ लाने के लिए Ready हो जाती है। - Issue Period : IPO minimum 3 दिन से लेके 10 दिन के लिए ही ओपन रहता है, इस पीरियड को हम आईपीओ का Issue Periods कहते है।
IPO मे इन्वेस्ट करके करोडो रूपये कैसे बन जाते हैं?
- साल 1980 मे WIPRO ने अपना एक IPO लाया था। IPO के टाइम पर विप्रो के शेयर के प्राइस 100 रुपया थे।
- IPO के टाइम पर अगर कोई व्यक्ति ₹10 हज़ार इन्वेस्ट करके उसका 100 शेयर लिया होता और उससे अभी तक रखा होता तब Bonus+Split मिलाकर उसके पास अभी 1,92,00000 शेयर हो जाते।
- आज विप्रो के एक शेयर की प्राइस ₹250 है। तो शेयर की टोटल वैल्यू लगभग 482Cr रूपये होती। Bonus और स्प्लिट दो तरीके होते है जिसके द्वारा कम्पनिया अपने Shareholders को एक्स्ट्रा Shares देती हैं।
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