फ़ूड ट्रक बिज़नेस कैसे शुरू करें?

फ़ूड ट्रक बिज़नेस कैसे शुरू करें?: जब भी हमें फास्टफूड खाने का मन करता है तो हम अपने आसपास कोई रेस्ट्रॉन्ट या फिर कोई फास्ट फूड काउंटर ढूंढते हैं और ऐसे में एक चीज आपने बहुत ज्यादा नोटिस की ही होगी कि आप जहां फास्ट फूड खाने पहुंचे वो रेस्ट्रॉन्ट किसी ट्रक या मिनी वैन पर बना हुआ है। सो बेसिकली आम बोलचाल की भाषा में इसे फूड ट्रक कहा जाता है। कुकिंग, टीवी चैनल, मूवीज या ट्रैवल शोज में आपने फूड ट्रक जरूर देखा होगा, जो एक फिक्स जगह पर या फिर घूम घूमकर अपनी सर्विस देते हैं। तो आज के इस लेख में हम बताएंगे कैसे आप अपना फूड ट्रक का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

इंडियन फास्ट फूड इंडस्ट्री की अगर बात करें तो दुनिया भर में फास्ट फूड खाने का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है। पिज्जा, बर्गर, मोमोज, चाउमिन, रोल्स, कबाब, चाय, कॉफी, फ्राइड आइटम, सैंडविच ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जिनको आपने किसी फूड ट्रक पर खाया होगा। फैक्ट्स फिगर्स की बात करें तो इंडिया की फास्ट फूड इंडस्ट्री हर साल 40% के हिसाब से ग्रो कर रही है और एवरेज तौर पर इंडिया में एक आदमी अपने एनुअल खर्चे का 2.1 फास्ट फूड पर खर्च करता है। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस का लाभ।

तो अगर आप कोई नया बिजनेस ऑप्शन ढूंढ रहे हैं तो फूड ट्रक के साथ जा सकते हैं क्योंकि इसके बहुत सारे फायदे हैं जैसे कि फूड ट्रक। जाहिर सी बात है कि कहीं भी जा सकता है। यानी कि अगर आप भी किसी एक जगह पर फूड ट्रक लगाया और किसी वजह से लोग वहां पर नहीं आ रहे हैं तो आप ईजिली लोकेशन चेंज कर सकते हैं। अगर आपके फूड आइटम्स पॉप्यूलर है तो आप ऑन डिमांड भी किसी दूसरी जगह, मोहल्ले या अपार्टमेंट पर जाकर की सर्विस दे सकते हैं। फूड ट्रक काफी कॉम्पैक्ट होता है, इसलिए ज्यादा एरिया ऑक्युपाइड नहीं करता है।

फूड ट्रक बनवाना किसी रेस्ट्रॉन्ट बंटवारे के मुकाबले काफी सस्ता है। मतलब रेस्ट्रॉन्ट के टोटल बजट के 10% से 25% में ही फूड ट्रक बन जाता है। कमाल की बात यह है कि ज्यादा इंप्लॉइज भी आपको रखने की जरूरत नहीं पड़ती है, इसलिए सैलरी पर भी ज्यादा खर्चा नहीं होता। आपने मानकर बना लिया है कि आप अपना फूड ट्रक बनाएंगे या इसकी प्लानिंग कर रहे हैं, तो इन चीजों पर आपको खासकर ध्यान देना चाहिए। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में लाइसेंस।

सबसे पहले जरूरी लाइसेंस लीजिए, क्योंकि इनके बिना आप एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा पाएंगे। अगर आप सेकंड हैंड गाड़ी ले रहे हैं तो सबसे पहले पेपर अपने नाम ट्रांसफर करवाइए। उसके बाद इंश्योरेंस और पल्यूशन के पेपर्स ले लीजिए। फिर आरटीओ में अप्लाई कीजिए कि आप एक फूड ट्रक बनवा रहे हैं तो उसके लिए जरूरी क्लियरेंस आपको मिल जाएगी। इसके बाद फायर डिपार्टमेंट से आपको फायर सेफ्टी एनओसी भी लेनी पड़ेगी।

जो डिपार्टमेंट आपकी गाड़ी चेक करने के बाद देगा कि उसमें सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं। इसके बाद आपको एस एस एस से फूड सेफ्टी लाइसेंस भी लेना पड़ेगा, जिसे मोबाइल वेंडर्स लाइसेंस कहते हैं। इसके साथ ही आपको नगर निगम से वेंडर लाइसेंस भी लेना पड़ेगा कि आप फूड ट्रक से इस एरिया में लगाएंगे ताकि आप पर कोई ऑब्जेक्शन न करें। साथ ही अपना बिजनेस नेम रजिस्टर करवाकर ट्रेड लाइसेंस भी ले सकते हैं। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में ट्रक का चयन।

इसी के साथ अपने बिजनेस के लिए सही गाड़ी लेना जरूरी है, क्योंकि पूरा कारोबार ही इसी पर चलेगा। गाड़ी नई या सेकंड हैंड हो सकती है। यह पूरी तरीके से आपका डिसीजन होगा। इंडिया में अक्सर लोग मिनी वैन या किसी पिकअप वैन को चुनते हैं। अब सेमी ट्रक भी चल सकते हैं, जो इस बात पर डिपेंड करेगा कि आप कितना बड़ा ट्रक बनवाना चाहते हैं। आप किसी गैराज में जाकर अपने लिए गाड़ी चुन सकते हैं या फिर किसी कंपनी को पहले से ऑर्डर देकर अपने लिए कस्टमाइज ट्रक बनवा सकते हैं। गाड़ी पर डेढ़ 2 लाख से शुरू करके 5 लाख या उससे ज्यादा भी खर्चा हो सकता है।

यह आपकी मर्जी है कि आपका बजट क्या है। शुरुआत करने के लिए पुराना ट्रक या पुरानी गाड़ी वैसे बेहतर होगी, जिससे आपकी इन्वेस्टमेंट भी कम होगी। पुरानी गाड़ी खरीदते समय फिटनेस सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन, रोड टैक्स रिसीट और इंश्योरेंस का पता लगा लीजिएगा कि सारे डॉक्यूमेंट्स सही है या नहीं। अगर आपको सेकंड हैंड गाड़ी 3 से 4 लाख में मिल गई तो आप लाख सवा लाख में किसी वीकल बॉडी बिल्डर को देकर के फूड ट्रक डिजाइन करवा सकते हैं। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में जगह का चयन।

इन सबके साथ आपको लोकेशन के बारे में भी सोचना होगा, क्योंकि एक बार जब ट्रक बनकर तैयार हो जाए या जब तक काम चल रहा है, अपने टाइम को यूटिलाइज करते हुए आप लोकेशन की तलाश शुरू कर दीजिए, क्योंकि आपके बिजनेस की ग्रोथ में यह एक इम्पॉर्टेंट फैक्टर होगा। स्कूल, कॉलेज, गर्ल्स हॉस्टल, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मंदिर, कोई भीड़भाड़ वाला चौराहा या फिर कोई रेजिडेंशल सोसाइटी, जहां बहुत सी फैमिलीज रहती हों, वहां पर आप ज्यादा लोगों को अट्रैक्ट कर सकते हैं। इसके अलावा भी आप जैसे जैसे पॉप्युलर होते जाएंगे, तो ऑल्टरनेट डेज पर अपनी लोकेशन भी चेंज कर सकते हैं। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में फ़ूड का चयन।

बहुत जरूरी है कि आप अपनी फूड कैटेगरी को डिसाइड करें। आप क्या करेंगे वही आपकी फूड यूएसपी होगी। आप वेज, नॉनवेज या दोनों ही आइटम करेंगी। इस पर भी बहुत काफी कुछ डिपेंड करेगा, क्योंकि बहुत से ऐसे कस्टमर्स भी होते हैं, जो वेजिटेबल। होने पर प्योर वेज सर्व करने वालों के पास ही जाते हैं या वहीं से खाना ऑर्डर करके मंगवाते हैं। तो ऐसे में आपको किसी एक कैटिगरी के कस्टमर्स को तो कुरबान करना ही पड़ेगा।

मोमोस, चाउमीन, टिक्का, कबाब, मंचूरियन ऐसी चीजें रखेंगे या फिर डोसा, इडली सांभर, उत्तपम। किसी एक के साथ चलना होगा आपको। अब इन दोनों चीजों को मिक्स नहीं कर सकते क्योंकि थोड़ा थोड़ा सबकुछ कवर करने से बेहतर है। लेकिन स्पेशल कैटेगरी में ज्यादा ऑप्शंस का उपलब्ध रहना। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में ब्रांडिंग और प्रमोशन।

अपना फूड ट्रक शुरू करने से पहले आप सोशल मीडिया में काउंटडाउन भी करवा सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले अपना पेज बनवाना होगा, क्योंकि सोशल मीडिया जरूरी है। अपने फूड आइटम्स को आप सोशल मीडिया पर डाल सकते हैं, ताकि आपके कस्टमर्स अपना फीडबैक और रिव्यू दे सके। साथ ही साथ आप वोटिंग पोल भी करवा सकते हैं या रेसिपी वीडियो भी शेयर कर सकते हैं। यह पूरी तरीके से आपकी स्ट्रैटिजी होगी कि आप सोशल मीडिया को अपने फायदे के लिए किस तरीके से यूज करना चाहते हैं।

खुद को प्रोफेशनल दिखाने के लिए आप अपने ब्रैंड की टोपी, एप्रन, टीशर्ट, टिश्यू पेपर, कप प्लेट भी प्रिंट करवा सकते हैं। क्रिएटिव दिखने के लिए आप एक रिव्यू बोर्ड भी स्टैंड पर रखवा सकते हैं, जहां पर लोग आपका खाना खाने के बाद अपनी एक्सपीरिएंस लिखकर के जाएं। इसी के साथ आगे आपको ऑनलाइन ऑर्डर और पेमेंट के बारे में भी सोचना चाहिए। अपने ट्रक को ऑनलाइन फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड करवा करके रखिए ताकि अगर कोई आप तक न पहुंच सके तो भी आपकी सर्विस ले पाए।

आजकल ऐसे बहुत सारे रेस्ट्रॉन्ट्स हैं, जिनमें फिजिकली कस्टमर्स कम ही आते हैं, तो उन्हें फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि ऑनलाइन ऑर्डर से ही उनका बिजनेस अच्छा खासा चलता रहता है। साथ ही अपने पास पेमेंट के लिए डिजिटल मोड अवेलेबल रखिए, क्योंकि आजकल लोग डिजिटल पेमेंट की आदत डाल चुके हैं और 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस में इन्वेस्टमेंट और प्रॉफिट। 

अगर इन्वेस्टमेंट की बात करें तो गाड़ी और लाइसेंस लेने में ही ₹5 लाख तक का खर्चा आएगा। फिर स्टाफ की सैलरी, रॉ मटीरियल, किचन की चीजें, गैस, पेरोल, बिजली, पानी, स्टाफ का यूनिफॉर्म, ब्रैंडिंग। इधर उधर के छोटे मोटे खर्चे और पैसे से स्टैब्लिश होने तक का सर्वाइवल कॉस्ट मिलाकर के कम से कम ₹10 लाख तक इन्वेस्ट तो करना ही पड़ेगा।

रही बात प्रॉफिट की तो स्टाफ की सैलरी और सभी खर्चे निकालकर एक ट्रक से आराम से 40 से 50000 या बड़े शहरों में इससे भी ज्यादा इनकम की जा सकती है। अगर आपके साथ आपके फैमिली मेंबर्स हाथ बंटा रहे हैं, तो स्टाफ की सैलरी बच जाएगी। 

फ़ूड ट्रक बिज़नेस के लिए जानकारी।

इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको फूड, ट्रक स्पेस और बेस्ट इंडियन फूड ट्रक्स पर कई सारे आर्टिकल्स, वीडियोज और ब्लॉग्स मिल जाएंगे, जिनसे आप सीख सकते हैं। जनरल ट्रक्स पर उनका कॉन्टैक्ट नंबर लिखा होता है तो आसानी से आप फूड ट्रक ओनर्स से भी जुड़ सकते हैं। आपको वह जरूर से गाइड करेंगे, क्योंकि अक्सर पॉप्युलर या वायरल होने पर लोग मीडियावाले या यूट्यूबर्स उसका इंटरव्यू लेते हैं, तो उन्हें लोगों को गाइड करने में बड़ी खुशी होती है। 

FAQ:

फूड ट्रक बिजनेस कहां शुरू कर सकते हैं?

फूड ट्रक बिजनेस आप भीड़भाड़ वाले जगह पर शुरू कर सकते हैं।

एक नया फूड ट्रक कितने का आता है?

एक नया फूल ट्रक आप ₹700000 से लेकर ₹800000 तक में ले सकते हैं।

फूड ट्रक खोलकर कितना कमाया जा सकता है?

फूड ट्रक का बिजनेस खोलकर आप आसानी से 40000 से 50000 कमा सकते हैं।

निष्कर्ष:

दोस्तों अगर आपके बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो फूड ट्रक का बिजनेस एक बहुत ही अच्छा आपको मौका दे सकता है। दोस्तों खाने पीने के मामले में लोग बहुत ही शौकीन होते हैं ऐसे में आप अपने फूड ट्रक पर अच्छा खाना प्रोवाइड करेंगे तो वह आपके पास हमेशा आएंगे। इस बिजनेस को शुरू करते हैं तो आपको पहली बार में ज्यादा लागत लगेगी लेकिन फिर आप किसी के पैसे से इसका कम इंतजाम कर लेंगे। अब तो आशा करता हूं कि इस लेख के द्वारा आपको कोई न कोई आईडिया जरूर मिला होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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